
देहरादून चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं के उमड़े जनसैलाब से उत्साहित प्रदेश सरकार पर अब धार्मिक यात्राओं के प्रबंधन एवं संचालन के लिए अलग नियामक एजेंसी बनाने का भारी दबाव है। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं को लेकर गंभीर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को यात्रा प्रबंधन प्राधिकरण बनाने का जिम्मा सौंप दिया है।
चुनौती सिर्फ चारधाम यात्रा के लिए व्यवस्थाएं जुटाने तक सीमित नहीं है। पहली बार सरकार के स्तर पर राज्य में पारंपरिक रूप से हर वर्ष और एक निश्चित समय अवधि में होने वाली धार्मिक यात्राओं को ध्यान में रखकर कार्ययोजना बनाने पर मंथन हो रहा है। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन को जिम्मा सौंपा है।
चारधाम यात्रा का प्रबंधन और संचालन सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ में 10 मई और बदरीनाथ में 12 मई से शुरू हुई इस धार्मिक यात्रा में अनुमान से दोगुना श्रद्धालु जुटे हैं। श्रद्धालुओं के उमड़े इस जनसैलाब से सरकारी इंतजाम थोड़े पड़ गए, जिस कारण सरकार को ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद करने पड़े हैं।